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अंबानी-अडानी के साथ-साथ Nestle, Britannia, Coca-Cola और ITC की नींद उड़ाएगी यह देसी कंपनी, जानिए क्या है प्लान

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बाद अब एक और देसी ब्रांड कोला बाजार में तहलका मचाने की तैयारी में है। देश का सबसे बड़े डेयरी ब्रांड अमूल (Amul) तेजी से नॉन-डेयरी प्रॉडक्ट्स के पोर्टफोलियो को बढ़ा रहा है। अमूल का लक्ष्य पूरी तरह फूड एंड बेवरेजेज कंपनी बनने का है। यानी वह किचन में इस्तेमाल होने वाली हर फूड कैटगरी में उतरना चाहता है। इससे नेस्ले (Nestle), ब्रिटानिया (Britannia), कोका-कोला (Coca-Cola) और आईटीसी (ITC) जैसी कंपनियों को तगड़ी चुनौती मिलेगी। अंबानी ने हाल में कोला मार्केट में धमाकेदार एंट्री की थी। रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स (Reliance Consumer Products) ने 22 करोड़ में कैंपा कोला को खरीदा था। कंपनी ने मार्केट में तीन फ्लेवर लॉन्च किए हैं। इसके साथ ही दूसरी कोला कंपनियों ने अपने प्रॉडक्ट्स की कीमत कम करनी शुरू कर दी है।

61,000 करोड़ रुपये के अमूल ब्रांड का मालिकाना हक गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के पास है। हाल में आरएस सोढी की जगह जयेन मेहता को इसका एमडी बनाया गया है। जयेन ने पद संभालने के बाद ईटी को दिए अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि डेयरी कंपनी का कोर बिजनस है लेकिन ग्रोथ के लिए कंपनी दूसरी कैटगरीज में भी उतरना चाहती है। हम हर उस फूड कैटगरी में उतरना चाहते हैं जिसका इस्तेमाल कंज्यूमर किचन में करता है। कंपनी स्पीड, स्कैल और ज्यादा इनवेस्टमेंट के साथ इसमें आगे बढ़ रही है।

क्या-क्या बनाएगी कंपनी

GCMMF अमूल ब्रांड के चीज, मिल्क, आइसक्रीम और बटर बनाती है। कंपनी नॉन-डेयरी बेवरेजेज, स्नैक्स, पल्सेज, कुकीज, एडिबल ऑयल, ऑर्गेनिक फूड्स और फ्रोजन फूड्स में उतरने की तैयारी में है। तीन दशक से भी अधिक समय से कंपनी से जुड़े मेहता का कहना है कि यह कंपनी के ग्रोथ के लिए जरूरी है। रिटेल फ्रंट पर कंपनी प्रीमियम आइसक्रीम कैटगरी में आइस लॉन्ज स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हमें कंप्टीशन की चिंता नहीं है क्योंकि ज्यादा कंप्टीशन होने से प्रॉडक्ट्स और कैटगरीज बनाने में मदद मिलती है। कई कैटगरीज में हमारा मुकाबला कोका-कोला, ब्रिटानिया, आईटीसी से है।’


पिछले साल नवंबर में ब्रिटानिया ने चीज प्रॉडक्ट्स बनाने और बेचने के लिए फ्रांस की कंपनी Bel SA के साथ जॉइंट वेंचर बनाया था। नेस्ले और आईटीसी ने एफएमसीजी सेक्टर में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की घोषणा की है। अंबानी और गौतम अडानी (Gautam Adani) भी एफएमसीजी कैटगरी में तेजी से अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं। अडानी विल्मर (Adani Wilmar) फॉर्च्यून ब्रांड से एडिबल ऑयल, दाल, चावल, बेसन, आटा और सूजी आदि प्रॉडक्ट्स हैं। रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स भी एफएमसीजी में तेजी से अपना बिजनस बढ़ा रही है। कंपनी ने Independence ब्रांड से गुजरात में अपने एफएमसीजी प्रॉडक्ट्स उतारे हैं।

क्यों बढ़ाई दूध की कीमत

पिछले एक साल में दूध की कीमत तीन बार बढ़ाई जा चुकी है। इस बारे में मेहता ने कहा कि चारे की कीमत लगातार बढ़ रही है। इससे किसानों की लागत काफी बढ़ गई थी। इसीलिए दूध की कीमत बढ़ानी जरूरी थी। इसके अलावा बेमौसम बारिश और फसल बर्बाद होने से स्थिति खराब हुई। उन्होंने कहा कि सामान्य मॉनसून से महंगाई पर लगाम लग सकती है। अमूल 2021 से पांच बार दूध की कीमत बढ़ चुका है।

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