पाकिस्तान में चीनी नागरिक पर लगा ईशनिंदा का आरोप, गुस्साई भीड़ से बचाने के लिए पुलिस ने किया गिरफ्तार

श्रीलंकाई नागरिक की हुई थी हत्या
पाकिस्तान में ईशनिंदा के मामले पहले भी आते रहे हैं। इसके कारण लोग अपनी जान भी गंवाते हैं। इससे पहले साल 2021 में एक श्रीलंकाई नागरिक की हत्या कर दी गई थी। 48 साल के प्रियंता सियालकोट में एक फैक्ट्री मैनेजर थे, जिन्हें पीट-पीट कर मार डाला गया। जब वह अधमरे हो गए, तब उन्हें भीड़ ने जला दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना को एक शर्मनाक दिन बताया था।
पुलिस थाने में हत्या
रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंकाई नागरिक ने एक पोस्टर को फेंक दिया था, जिस पर धार्मिक नाम छपे हुए थे। उनके साथ काम करने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने सिर्फ बिल्डिंग को साफ करने के लिए पोस्टर को हटा दिया था, फेंका नहीं था। वहीं, फरवरी में भी ईशनिंदा को लेकर एक हत्या का मामला देखने को मिला था, जहां पाकिस्तान के ननकाना साहिब में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था। घटना पुलिस थाने में हुई थी। पुलिस का कहना है कि 35 साल के मोहम्मद वारिस को कुरान के अपमान में गिरफ्तार किया गया था।