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टेंट में सोता था, माली कर देते थे पिटाई… यशस्वी जायसवाल की ये मार्मिक कहानी सुन आप रो पड़ेंगे

नई दिल्ली: आईपीएल 2023 में तमाम दिग्गजों के बीच कुछ युवा होनहार भारतीय खिलाड़ी छाए हुए हैं। उनमें सबसे ऊपर यशस्वी जायसवाल का नाम आता है। यशस्वी ने कोलकाता नाइटराइडर्स के गेंदबाजों की भरदम कुटाई करते हुए 13 गेंदों में हाफ सेंचुरी, जबकि 47 गेंदों में नाबाद 98 रनों की पारी खेली। राजस्थान ने 13.1 ओवरों में 150 रनों का लक्ष्य पा लिया। अगर यहां कुछ और रन होते तो संभवत: यह बाएं हाथ का तूफानी ओपनर इस सीजन का दूसरा शतक भी पूरा कर लेता। उन्होंने हाल ही में मुंबई के खिलाफ 124 रनों की धाकड़ पारी खेली थी।


यशस्वी की हर कोई तारीफ कर रहा है और उन्हें भारतीय टीम का भविष्य का सितारा बता रहा है। इस युवा खिलाड़ी की इस सफलता के पीछे एक मार्मिक कहानी है। बेहद छोटी उम्र में यशस्वी को कड़ा संघर्ष करना पड़ा तब जाकर वह तोप बल्लेबाज बने। उत्तर प्रदेश के जौनपुर से क्रिकेटर बनने का सपना संजोए मायानगरी कही जाने वाली मुंबई पहुंचे तो कई रातें आजाद मैदान के टेंट में गुजारनी पड़ी।

आजाद मैदान के टेंट में भयानक अनुभव
इस बारे में यशस्वी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वहां जिंदगी आसान नहीं थी। बंजारे की तरह टेंट में रातें गुजारना भयानक अनुभव था। लाइट नहीं होती थी। पैसे इतने थे नहीं कि किसी बेहतर जगह जा सकें। यही नहीं, मैदान पर बने टेंट में आसरे के लिए भी उन्हें मेहनत करनी पड़ी। जब टेंट में सोने को जगह मिली तो वहां रहने वाले माली बुरा बर्ताव करते थे। कई बार तो पीट देते थे। जब यशस्वी अपनी लाइफ स्टोरी बता रहे थे तो वह भावुक हो गए। उनकी आखों में आंसू थे।

करियर का टर्निंग पॉइंट
यशस्वी का संघर्ष और भी लंबा होता, लेकिन यहां उनकी जिंदगी में एक कोच की एंट्री होती है और फिर एक सुनहरे सफर का आगाज होता है। 2013 दिसंबर में कोच ज्वाला सिंह की मुलाकात यशस्वी से हुई। कोच बताते हैं- जब मैं उनसे मिला तो मुझे उसमें अपनी छवि दिखाई दी। मैं भी गोरखपुर से ऐसे ही क्रिकेटर बनने आया था। रमाकांत आचरेकर सर के पास क्रिकेट के ककहरे सीखे। उस दौरान एक-एक रुपये के लिए भटका। लेकिन जब मैं यशस्वी से मिला तो मैंने ठाना कि यह बच्चा ज्वाला (मेरी तरह) की तरह क्रिकेटर बनने से चूकना नहीं चाहिए। मैंने उसे अपने पास अपने घर में रखने का फैसला किया।

राजस्थान रॉयल्स और मुंबई ने किया बड़ा इन्वेस्टमेंट
ज्वाला बताते हैं- यशस्वी को 2013 से 2022 तक अपने पास रखा। इस दौरान हमने हर अनुभव को एक साथ झेला। यशस्वी के यहां तक पहुंचने में जितनी मेरी भूमिका है उतना ही श्रेय मुंबई क्रिकेट असोसिएशन और राजस्थान रॉयल्स को भी श्रेय जाता है। मुझे याद है यशस्वी जब पहली बार मिला था तो उसमें कुछ खास था। बता दें कि यशस्वी के लिए पहला आईपीएल सीजन कुछ खास नहीं रहा था, लेकिन इसके बावजूद फ्रेंचाइजी ने युवा ओपनर को टीम में बनाए रखा। दूसरी ओर, शुरुआती रणजी मैचों में कुछ खास नहीं करने के बावजूद मुंबई टीम ने लगातार उन्हें टीम के साथ रखा और ग्रूम किया।


यशस्वी ने की ऐसी ताबड़तोड़ बैटिंग
मैच की बात करें तो कोलकाता नाइटराइडर्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स ने 8 विकेट पर 149 रन बनाए। युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट झटके, जबकि वेंकेटेश अय्यर ने सबसे अधिक 57 रन बनाए। जवाब में राजस्थान रॉयल्स ने 13.1 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया। उसके लिए यशस्वी ने सिर्फ 47 गेंदों में 13 चौके और 5 छक्के के दम पर नाबाद 98 रन की पारी खेली, जबकि कप्तान संजू सैमसन ने 29 गेंदों में नाबाद 48 रन ठोके। इस जीत के साथ राजस्थान टीम पॉइंट्स टेबल में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है।

IPL 2023 में यशस्वी

  • 11 vs पंजाब
  • 54 vs हैदराबाद
  • 60 vs दिल्ली
  • 10 vs चेन्नई
  • 1 vs गुजरात
  • 44 vs लखनऊ
  • 47 vs बैंगलोर
  • 77 vs चेन्नई
  • 124 vs मुंबई
  • 14 vs गुजरात
  • 35 vs हैदराबाद
  • 98* vs कोलकाता

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