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मोटा रिटर्न, टैक्स में बचत और नो पेनल्टी… एफडी में इनवेस्टमेंट का 1-2-3 फॉर्मूला जानते हैं आप!

नई दिल्ली: आरबीआई (RBI) ने महंगाई को रोकने के लिए पिछले साल ब्याज दरों में पांच बार बढ़ोतरी की। इससे लोगों को लिए होम लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो गए लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने वालों की चांदी हो गई है। कई बैंकों ने हाल में एफडी पर ब्याज दर में काफी बढ़ोतरी की है। कई बैंक एफडी पर सात फीसदी से ज्यादा ब्याज दे रहे हैं। सीनियर सिटीजंस के लिए तो यह रेट 8.3 फीसदी पहुंच चुका है। यानी यह अतिरिक्त कैश को एफडी में निवेश करने का सबसे सही समय है। यहां हम आपको उन तरीकों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप इलिक्विडिटी, प्रीमैच्योर विदड्रॉल पर पेनाल्टी और इनकम पर टैक्स की समस्या से निपट सकते हैं। स्मार्ट तरीके से निवेश करने और इसके लिए रणनीति बनाने से न केवल आप ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं बल्कि इससे टैक्स और पेनल्टी भी बचा सकते हैं।
5nance.com के सीईओ और फाउंडर दिनेश रोहिरा ने कहा कि एक साथ मोटी रकम जमा करने के बजाय कई टेन्योर के लिए छोटी-छोटी रकम जमा की जानी चाहिए। हर डिपॉजिट के लिए तय लक्ष्य या फाइनेंशियल गोल होना चाहिए। इससे निवेश ज्यादा लिक्विड होगा। अगर आपने पांच साल की एफडी कराई है और तीन साल बाद आपको पैसों की जरूरत पड़ती है तो आपको एफडी तोड़ने पर 0.5 से एक फीसदी तक पेनल्टी देनी होगी। दूसरी ओर अगर आपके पास एक, दो, तीन और चार साल की चार छोटी-छोटी एफडी होगी तो आपके पास जरूरत के समय पैसा होगा और इसके लिए आपको पेनल्टी नहीं देनी होगी।