पीएम मोदी की छवि खराब करने की जिद्द में राहुल गांधी ने किया दलितों का अपमान… स्मृति इरानी ने खोला मोर्चा
नई दिल्ली:राहुल गांधी झूठे हैं, वो नाक रगड़कर माफी मांगते हैं और फिर से झूठ बोलते हैं, वो दलितों का अपमान करते रहते हैं, गांधी खानदान अहंकारी है, … ये सारे आरोप मढ़े हैं बीजेपी की तेज तर्रार नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने। उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वो दलितों-पिछड़ों का अपमान करना उनकी आदतों में शुमार हो गया है। स्मृति ने राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के ही एक दलित नेता से चप्पल उठवाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि राहुल को लोकतंत्र, अदालत की आजादी जैसी बातों से कोई लेना-देना नहीं है, उनका पूरा अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को तार-तार करने का है। ध्यान रहे कि बीजेपी दलित, ओबीसी, आदिवासी के अपमान के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है जिसका सीधा मकसद चुनावों में एक विशेष मतदाता समूह को साधना है।
दलितों का बार-बार अपमान करते हैं राहुल गांधी: स्मृति इरानी
केंद्रीय मंत्री ने गौतम अडानी के मुद्दे पर भी कहा कि गांधी खानदान का अडानी को लेकर डबल स्टैंडर्ड साफ-साफ दिखता है। स्मृति ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जब अडानी इतने ही खराब हैं तो (कांग्रेस महासचिव और गांधी खानदान की बेटी प्रियंका गांधी के पति) रॉबर्ट वाड्रा अडानी के हाथ में हाथ डाले क्यों घूमते हैं?’ उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने स्वयं गांधी खानदान से कहा कि मेरा अपमान कर लें लेकिन राष्ट्र का अपमान मत करें। राहुल गांधी का मोदी के खिलाफ जहर भर चुका है। यही राहुल गांधी के इंग्लैंड के दौरे में दिखा। स्मृति ने कहा कि मोदी का अपमान करते करते पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान करना भी राहुल ने उचित समझा है, लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने दलित अथवा पिछड़े समुदाय का बार-बार अपमान किया है। गांधी खानदान के आदेश पर महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अपमान किया गया। राहुल गांधी अपने ही पार्टी के दलित नेता से अपने चप्पल उठाते दिखाई दिए। अब उनका झूठ सिर चढ़कर बोल रहा है।
‘पीएम मोदी की छवि खराब करने का संकल्प कर चुके हैं राहुल’
स्मृति इरानी ने दावा किया कि राहुल गांधी के एकमात्र मकसद पीएम मोदी की छवि खराब करना है। उन्हेंने कहा कि राहुल 4 मई, 2019 को दिएअपने बयान पर खरे उतर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘उनके जीवन का एक ही लक्ष्य है- नरेंद्र मोदी की छवि को तार-तार करना। उन्होंने यह बात एक पत्रिका से कही है। उनका लोकतंत्र से कोई लेना-देना नहीं है। 4 मई, 2019 को राहुल गांधी ने एक मैगजीन इंटरव्यू में कहा था कि नरेंद्र मोदी की ताकत उनकी छवि है। उन्होंने उस इंटरव्यू में प्रण लिया कि ‘मैं नरेंद्र मोदी पर प्रहार करता रहूंगा जब तक कि उनकी इमेज को छिन्न-भिन्न ना कर दूं।’
स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी का अपमान करने के लिए देश-विदेश में और संसद में झूठ बोला। जब राहुल से कहा गया कि वो अपने आरोपों की पुष्टि के लिए सबूत पेश करें तो वो भाग खड़े हुए। संसद में की आधारहीन आरोप नहीं लगा सकता है। स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी वो व्यक्ति हैं जो सुप्रीम कोर्ट में नाक रगड़कर माफी मांगते हैं। स्मृति से युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की अपमाजनक टिप्पणी को लेकर कहा कि शब्द राहुल गांधी का है, संस्कार सोनिया गांधी का है, जुबान युवा कांग्रेस अध्यक्ष की है। जब तक यह रहेगा, कांग्रेस में बढ़ने की महत्वाकांक्ष रखने वाले नेता को ऐसी ही अभद्र बातें करनी होंगी। उन्होंने सरकार से आवंटित घर खाली करने के मुद्दे पर कहा कि गांधी खानदान को लगता है कि जो भी सरकार का है, वो सब उनका है। घर उनका नहीं, जनता का है।