जिनपिंग की गुलामी कर रहे मैक्रों… फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने चीन में ऐसा क्या कहा कि आगबबूला हो गए डोनाल्ड ट्रंप?

वॉशिंगटन : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों चीन में शी जिनपिंग के साथ मीटिंग कर रहे थे और उनकी ‘चाटुकारिता’ कर रहे थे। ट्रंप ने इसके लिए एक अश्लील स्लैंग का इस्तेमाल किया। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, न्यूयॉर्क में गिरफ्तार होने के बाद ट्रंप ने पहली बार फॉक्स न्यूज के होस्ट टकर कार्लसन से बात की। ट्रंप ने दावा किया कि उनके राष्ट्रपति पद से हटने के बाद से अमेरिका ने विश्व में अपनी ताकत खो चुका है। ट्रंप अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार के लिए अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। हाल के दिनों में वह कई तरह की कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
ट्रंप ने कार्लसन से कहा, ‘दुनिया में हलचल हो रही है और अमेरिका के पास कोई ताकत नहीं है। और मैक्रों, जो मेरे दोस्त हैं, चीन के साथ हैं, उसकी चाटुकारिता कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘फ्रांस चीन के पास जा रहा है।’ अमेरिका और फ्रांस के बीच इस तनाव का कारण पिछले हफ्ते सामने आई मैक्रों की एक चेतावनी है। चीन की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान मैक्रों ने यूरोपियों को अमेरिकी विदेश नीति का गुलाम न बनने की चेतावनी दी। उनका इशारा चीन से संबंधों की तरफ था।
‘अमेरिका-चीन के बीच न फंसे यूरोप’
पत्रकारों से बात करते हुए मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय देशों को ताइवान को लेकर बीजिंग और वॉशिंगटन के बीच तनावपूर्ण गतिरोध में नहीं फंसना चाहिए। चीन ने जरूरत पड़ने पर ‘बलपूर्वक’ ताइवान को मैनलैंड चाइना में मिलाने की कसम खाई है। वहीं अमेरिका ने ताइवान को आत्मरक्षा के लिए मदद देने का प्रण लिया है। मैक्रों ने यूरोप को ‘उन संकटों में फंसने को लेकर चेतावनी दी जो यूरोप के नहीं हैं और उसे अपनी रणनीतिक स्वायत्तता बनाने से रोक सकते हैं।’
‘हमें लगता है कि हम अमेरिका के फॉलोवर्स हैं’
एएफपी के अनुसार मैक्रों ने कहा, ‘हम मानते हैं कि हम सिर्फ अमेरिका के फॉलोवर्स हैं। इससे भी बुरी बात यह सोचना है कि हम यूरोपीय लोगों को इस विषय पर फॉलोवर्स बनना चाहिए और अमेरिकी एजेंडे और चीनी ओवररिएक्शन से अपनी सीख लेनी चाहिए।’ मैक्रों के बयान ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है। वाइट हाउस ने इस तनाव को कम करने का प्रयास करते हुए कहा कि बाइडन प्रशासन ‘फ्रांस के साथ हमारे शानदार द्विपक्षीय संबंधों को लेकर सहज और आश्वस्त है।’