गरोठ का चुनावी मिजाज: लम्बे समय से जिला बनाने की जनता की मांग सहित मूलभूत सुविधाओं का मुद्दा पड़ेगा भारी

मंदसौर:- 2023 विधानसभा चुनाव में गरोठ सभा में रोमांचक मुकाबले देखने को मिल सकता है गरोठ विधानसभा की जनता अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन करने के बावजूद भी गरोठ को जिला बनाने की मांग अभी तक अधूरी ही पड़ी है इसका परिणाम वर्तमान भारतीय प्रत्याशी को भुगतान पड़ सकता है
गरोठ विधानसभा में भाजपा से चन्दर सिंह सिसोदिया एवं कांग्रेस से पूर्व मंत्रि एवं वरिष्ठ नेता सुभाष सोजतिया मैदान में है दोनों के बीच वर्तमान में टक्कर देखने को मिल रही है लेकीन जनता के मन में क्या है यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है
प्रदेश लहर के गरोठ में चुनावी मूड में चर्चा के दौरान जनता ने मूलभूत सुविधा बेहतर न होने,गरोठ को जिला बनाने की मांग सहित अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा को घेरा जनता था। जनता का कहना था कि अस्पताल में डॉक्टर की कमी है लंबे समय से हम गरोठ को जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन करते रहे लेकिन मांग अभी तक पूरी नहीं हुई। चुनाव आने से पूर्व वादा किया जाता है लेकिन फिर पूरा नहीं किया जाता।
पूर्व विधायक से नाराजगी तथा जनता की मांगों तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को पूरा नहीं किया जाना भी भाजपा के लिए गरोठ विधानसभा में बड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है।
भाजपा प्रत्याशी चन्दर सिंह सिसोदिया के तत्कालीन विधायक रहते प्रसिद्ध दुधाखेड़ी माताजी मंदिर में लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है विधायक सिसोदिया के कार्यकाल के समय दुधाखेडी माता जी मन्दिर में प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से निर्माण के दौरान प्रतिमा खंडित हो जाने का मामला भी अभी तक ठंडा नहीं हुआ है जनता में उसको लेकर भी खासी नाराजगी आक्रोश है तथा आस्था को ठेस भाजपा प्रत्याशी को भारी पड़ सकती है