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कड़ाके की सर्दी में सिगरेट या एक पेग लेने से क्या गर्मी आ जाती है? सुनी-सुनाई बातें नहीं डॉक्टर से समझ लीजिए

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दोपहर तक घना कोहरा छाया रहता है। कमरे में भी चैन नहीं है। रजाई ओढ़ने पर भी हाथ-पैरों में गलन बरकरार है। दिल्ली में पारा 2 डिग्री पर आ चुका है। ऐसे मौसम में सर्दी से बचने के लिए कोई मोजे पहनकर चाय पीता है तो कोई हाथों को गर्म रखने के लिए हीटर या ब्लोअर के सामने है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो यह कहते सुने जाते हैं कि एक पेग (Alcohol in Cold Weather) ले लो सब ठीक हो जाएगा। कुछ लोग यह भी ‘ज्ञान’ देते फिरते हैं कि ‘सिगरेट का एक कश अंदर और ठंडी बाहर’, क्या सच में ऐसा है? क्या शराब का एक पेग लेने से सर्दी भाग जाती है? अगर आपके दिमाग में ऐसे सवाल हैं तो आज इसका जवाब एक्सपर्ट से जान लीजिए। फोर्टिस अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मनोज कुमार का साफतौर पर कहना है कि यह एक मिथक है कि शराब और सिगरेट पीने से सर्दी में शरीर गर्म रहेगा। सच ये है कि ऐसा कुछ भी नहीं होता है।

हार्ट अटैक सर्दियों में बढ़ जा रहा है। अभी एक ही दिन में काफी ज्यादा केस आए हैं। अगर कोल्ड वेदर होता है तो ऊपर की जो हमारी नसें हैं वो सिकड़ जाती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इससे हार्ट पर असर पड़ता है। सर्दी में कई केमिकल बदलाव भी होते हैं। आमतौर पर हार्ट अटैक नसों में क्लॉट बनने की वजह से होता है। प्लेटलेट्स का नंबर बढ़ जाता है। जब तापमान कम हो और मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं तो स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक एल्कोहल को सर्दी का पेय समझकर पिया जाता रहा है क्योंकि लोगों को ऐसा लगता है कि शरीर में सेंसेशन बढ़ा है और गर्मी आई है। जबकि वास्तविकता यह है कि इससे शरीर का तापमान घटता है और हाइपोथर्मिया का जोखिम भी बढ़ जाता है।

सिगरेट, पेग भूलकर सर्दी से बचें

सर्दी के दिनों में जब दिल्ली में तापमान 1.8 डिग्री के आसपास आ गया है, लोगों को सिगरेट या पेग के चक्कर में नहीं रहना चाहिए। डॉ. कुमार ने बताया कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं, खासतौर से बुजुर्गों को खतरा ज्यादा रहता है लेकिन आजकल युवाओं में भी ऐसा देखा जा रहा है। हार्ट एक्सपर्ट ने कहा कि इससे बचने के लिए सर्दी के मौसम में सूर्योदय से पहले सुबह टहलने से बचना चाहिए। डॉ. कुमार ने कहा कि उन लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है जिन्हें पहले से हार्ट संबंधी बीमारी है। उन्होंने समझाते हुए कहा कि लोगों को कमरे के अंदर एक्टिव रहना चाहिए, बाहरी गतिविधियों से बचने की जरूरत है।

कानपुर में सर्दी से हार्ट अटैक!
उत्तर प्रदेश के कानपुर में धड़ाधड़ हार्ट अटैक के मामले डरा रहे हैं। यहां पांच दिनों में हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक से 98 लोगों की मौत हो चुकी है। शहर के एसपीएस हार्ट इंस्टीट्यूट में 24 घंटे के अंदर 14 मरीजों की मौत हुई है। हृदय रोग संस्थान में कुल 604 मरीजों का इलाज चल रहा है। कार्डियोलॉजी के निदेशक विनय कृष्ण ने कहा कि इस मौसम में मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए। लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के एक फैकल्टी मेंबर ने कहा कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है। हमारे पास ऐसे मामले भी आए हैं, जब किशोरों को भी हार्ट अटैक आया है।

दिल्ली में आज सुबह 8.30 बजे के आसपास न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सफदरजंग में दृश्यता 25 मीटर रही। दिल्ली से लेकर ग्रेटर नोएडा तक यही स्थिति थी। सड़क पर 50 मीटर से आगे कुछ भी नहीं दिख रहा। हवाई यातायात ही नहीं, सैकड़ों ट्रेनें भी कोहरे से लेट हुई हैं। आलम यह है कि दिल्ली आने वाली ट्रेनें 12 से 14 घंटे देरी से पहुंच रही हैं।

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