उत्तर प्रदेश

आचार्य प्रह्लाद गोस्वामी बोले- सुलझ जाएगी भीड़ की समस्या, Banke Bihari Mandir दूसरी जगह बनाने का प्रस्ताव

वृंदावन। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया से मुलाकात कर ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में भीड़ नियंत्रण समेत पौराणिक स्वरूप को संरक्षित रखे जाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने नगर के खुले स्थान में ठाकुर बांके बिहारी जी का नया मंदिर निर्माण करवाने का प्रस्ताव रखा है।

आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया उन्होंने पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया से सोमवार को मुलाकात की। दोनों ने मुलाकात के बाद संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से असंख्य भक्तों को ठाकुर बांके बिहारीजी के सुगम दर्शन करवाने को नया दिव्य और भव्य मंदिर बनाए जाने पर गंभीर एवं सहानुभूति पूर्वक विचार करने का अनुरोध किया है।

उन्होंने कहा वृंदावन नगर क्षेत्र में ही किसी खुले स्थान पर नये मंदिर के निर्माण से बृज-वृंदावन का प्राचीन पौराणिक स्वरूप भी सुरक्षित रहेगा व भीड़ की समस्या भी स्वतः सुलझ जायेगी। उम्मीद जताई कि सरकार इस रचनात्मक सुझाव पर सकारात्मक दृष्टिकोण से विचार कर जनहितेषी निर्णय लेगी।

तीन दिन छुट्टी होने के चलते लगा श्रद्धालु का जमघट

तीन दिन की छुट्टी होने के कारण शुक्रवार शाम से ही श्रद्धालु वृंदावन पहुंचने लगे थे। शनिवार सुबह से हालात बेहद खराब हो गए। रविवार सुबह से ही सभी वाहन पार्किंग भर गई थीं। ऐसे में सड़क के किनारे वाहन खड़े करने पड़े। सोमवार को छटीकरा से लेकर रुक्मिणी विहार मल्टीलेवल पार्किंग तक वाहनों का जाम रहा।

ऐसे में जो श्रद्धालु दिल्ली या फिर मथुरा की ओर से आ आए, उनके वाहनों हाईवे पर ही रुके, ऐसे में हाईवे पर भी जाम लग गया। इस बार दिन में भीड़ का अनुमान प्रशासन को था, इसे लेकर खाली प्लाटों में गाड़ियां खड़ी कराई गईं। करीब 48 सौ वाहन खड़े कराने की पार्किंग में क्षमता है, लेकिन तीन दिनों में करीब 25 हजार वाहन वृंदावन पहुंचे, ऐसे में स्थिति खराब हुई। (प्रवीण मलिक, सीओ सदर)

जिला प्रशासन नहीं करा सका अब तक  दर्शन के व्यापक इंतजाम 

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में व्यवस्था सुधारने को प्रदेश सरकार ने पांच एकड़ में गलियारा प्रस्तावित किया है। दावा है कि गलियारा बनने के बाद एक बार में करीब दस हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। गलियारा के विरोध में सेवायत आ गए हैं। मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। बीते वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान भीड़ में दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई, कई की तबीयत बिगड़ गई। एक वर्ष बीत गया, जिला प्रशासन अब तक दर्शन के व्यापक इंतजाम नहीं कर सका है।

अब तक जो भी व्यवस्थाएं की गईं, वह फेल हो गईं। गलियारा के भरोसे बैठे प्रशासन ने ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था निदान के रूप में सोची, लेकिन उसे भी अभी कोर्ट से अनुमति न मिलने के कारण मूर्तरूप नहीं दिया जा सका है। हर दिन वृंदावन में हाल-बेहाल है। दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु धक्का-मुक्की के बाद भी दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। वाहनों का जाम ऐसा कि पूरा शहर कराह रहा है। जिम्मेदार बैरिकेडिंग के नाम पर केवल वाहन और श्रद्धालुओं को रोकने की कवायद में लगे हैं।

वृंदावन में जाम की समस्या से निजात आज तक नहीं मिल सकी है। तीन दिन की छुट्टी में जब भीड़ टूटी, तो यातायात व्यवस्था हांफ गई। एक्सप्रेस वे के रास्ते से लेकर मथुरा और छटीकरा रोड पर चार से पांच किमी लंबे जाम में यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जाम में श्रद्धालु ऐसे फंसे कि घंटों आगे-पीछे तक नहीं हो पाए। श्रद्धालुओं को आराध्य के दर्शन करने थे, ऐसे में ई-रिक्शा और आटो से आए श्रद्धालु चार किमी तक पैदल सफर करके मंदिर पहुंचे। उमस भरी गर्मी में उनकी हालत खराब हो गई।

श्रद्धालु का वृंदावन में जुटता है जमघट

तीन दिन की छुट्टी होने के कारण शुक्रवार शाम से ही श्रद्धालु वृंदावन पहुंचने लगे थे। शनिवार सुबह से हालात बेहद खराब हो गए। रविवार सुबह से ही सभी वाहन पार्किंग भर गई थीं। ऐसे में सड़क के किनारे वाहन खड़े करने पड़े। सोमवार को छटीकरा से लेकर रुक्मिणी विहार मल्टीलेवल पार्किंग तक वाहनों का जाम रहा।

ऐसे में जो श्रद्धालु दिल्ली या फिर मथुरा की ओर से आ आए, उनके वाहनों हाईवे पर ही रुके, ऐसे में हाईवे पर भी जाम लग गया। यही हाल मथुरा मार्ग पर रहा। सौ शैया अस्पताल के पास वाहनों को रोका गया गया तो यहां भी तीन किमी तक लाइन लग गई।

पार्किंग में वाहन खड़े कर श्रद्धालु तीन से चार किमी पैदल ही चलकर मंदिर पहुंचने लगे। बुजुर्ग श्रद्धालुओं को कुछ लोग पैदल ही व्हीलचेयर पर ले गए। वृंदावन आने वाले हर मार्ग पर श्रद्धालुओं की मानव श्रृंखला सी बन गई। प्रशासन के पास बैरिकेडिंग पर वाहन रोकने और फिर श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर बैरिकेडिंग पर रोकने के अलावा अन्य कोई व्यवस्था नहीं थी। इतनी भीड़ के बाद भी पहले से कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में हालात और बिगड़ गए।

50 हजार श्रद्धालु मंदिर के आसपास गली में फंस रहते हैं

शहर के अंदर ई-रिक्शा का जाम शहर के बाहरी इलाकों में श्रद्धालुओं के चार पहिया वाहनों के जाम में घंटों फंसकर ठाकुरजी के दर्शन को मंदिर की ओर रवाना हुए श्रद्धालुओं को शहर के अंदर ई-रिक्शा के जाम से जूझना पड़ा। इस्कान मंदिर से विद्यापीठ चौराहा, अटल्ला से विद्यापीठ चौराहा, अटल्ला से नगर निगम चौराहा तक ई-रिक्शा का जाल बिछा था। पैदल राहगीरों को भी ई-रिक्शा के जाम से रास्ता तय करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।

एक नजर 4800 वाहन ही खड़े करने की पार्किंग की है व्यवस्था। 20 हजार से अधिक वाहन वृंदावन पहुंचे। 5 लाख श्रद्धालु रविवार शाम से सोमवार तक आए। 4 किमी तक लगी वाहनों की लंबी लाइन। 50 हजार तक श्रद्धालु मंदिर के आसपास एक-एक गली में फंसे रहे।

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