अमेठी के बाल संरक्षण अधिकारी पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में यूपी दिवस (UP Diwas) के कार्यक्रम के अवसर पर उस समय हड़कंप मच गया, जब वहां पर स्टाल लगाए महिला कर्मचारियों ने बिलख-बिलख कर रोना शुरू कर दिया. उन्होंने रोते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने अपने ही अधिकारी पर छेड़खानी का आरोप लगा दिया.
कर्मचारियों ने बाल संरक्षण अधिकारी पर बाहर साथ घूमने ना जाने पर नौकरी से निकालने की धमकी देने का आरोप लगाया है. सेंटर पर काम करने वाली दूसरी लड़कियों ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ ही मीडिया के कैमरे के सामने आकर न्याय की गुहार लगाई है.
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला गौरीगंज के जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर का है, जहां पर आज यूपी दिवस का कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था. यहां पर सभी विभाग के स्टाल लगाए गए थे. तभी जिलाधिकारी व जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने ही ‘वन स्टॉप सेंटर का स्टाल लगाई सुप्रिया यादव व पूजा ने रोते हुए बाल संरक्षण अधिकारी के ऊपर मानसिक प्रताड़ना और दो साल से लगातार छेड़खानी का आरोप लगा दिया.
दोनों महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा की अधिकारी लगातार सेंटर पर आकर परेशान करते हैं और साथ में उनके साथ गाड़ी पर बैठकर आने-जाने का दबाव बनाते हैं. ऐसा नहीं करने पर नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं.
कई बार इसकी शिकायत की लेकिन उच्च अधिकारियों ने इसका संज्ञान नहीं लिया. जिसपर मीडिया के सामने आपबीती बताने के लिए मजबूर होना पड़ा. शिकायतकर्ता कर्मचारियों का कहना है कि ना तो मामले की जांच की गई और ना ही आरोपी पर एक्शन लिया गया. सबकुछ ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
वहीं, इस मामले को लेकर एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि उनके संज्ञान में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है. अगर ऐसा मामला सामने आता है तो टीम बनाकर जांच करने के साथ ही सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.