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अमेरिकी जासूसी विमान के सामने आया मिसाइलों से लैस चीन का फाइटर जेट, चीनी पायलट ने दी धमकी, बड़ा टकराव टला

वॉशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच हाल के दिनों में काफी तनाव देखा गया है। ताजा घटनाक्रम के तहत इास बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के रिश्‍ते ठीक नहीं हैं। सीएनएन की तरफ से बताया गया है कि अमेरिकी नेवी का सर्विलांस एयरक्राफ्ट जब 21,500 फीट की ऊंचाई पर था तो उसी समय चीनी जेट उसके सामने आ गया था। अमेरिकी नेवी का सर्विलांस एयरक्राफ्ट पी-8 पोसायडन के पायलट को पीपुल्‍स लिब्रेशन आर्मी के एयरपोर्ट से चेतावनी दी गई थी।


चीन ने दी चेतावनी
अमेरिकी नेवी के एयरक्राफ्ट ने दक्षिणी चीन सागर के विवादित पार्सल द्वीप से टेक ऑफ किया था। इस द्वीप में छोटे-छोटे 130 द्वीप हैं। यह जगह चीन की मिलिट्री का सबसे बड़ा अड्डा है और यहां पर कई चीनी मिलिट्री बेस हैं। सीएनएन की मानें तो जिस समय यह घटना हुई उस समय उनके कुछ जर्नलिस्‍ट्स भी एयरक्राफ्ट में मौजूद थे। सीएनएन के क्रू को जो आवाज सुनाई दी उसमें सुना जा सकता था, ‘अमेरिकी एयरक्राफ्ट, चीनी एयरस्‍पेस से 12 नॉटिकल मील (22 किलोमीटर) दूर है। आप आगे न बढ़ें नहीं तो जो कुछ भी होगा उसकी जिम्‍मेदारी आपकी ही होगी।’

मिसाइलों से लैस जेट आया रोकने
कुछ ही मिनटों में एक चीनी फाइटर जेट जो हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस होता है, अमेरिका के सर्विलांस एयरक्राफ्ट को रोकता है जो उसकी पोर्ट साइट से बस 500 फीट की दूरी पर होता है। सीएनएन के मुताबिक चीनी फाइटर जेट इतना करीब था कि उसकी टेल पर लगा लाल रंग का सितारा साफ नजर आ रहा था। साथ ही ये जेट मिसाइल से लैस था। चीन के फाइटर जेट को अमेरिकी पायलट लेफ्टिनेंट निक्‍की स्‍लॉटर ने जवाब दिया। निक्‍की ने कहा, ‘पीएलए फाइटर एयरक्राफ्ट, ये यूएस नेवी का पी-8A है। मैं आपकी लेफ्ट विंग से आगे बढ़ चुकी हूं और अब पश्चिम की तरफ जाना चाहती हूं। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप भी ऐसा ही करें।

रोजाना चीन की ऐसी ही हरकत
इस पर चीनी फाइटर जेट की ओर से कोई जवाब नहीं आया। बताया जा रहा है कि इस फाइटर जेट ने दूर जाने से पहले 15 मिनट तक अमेरिकी विमान को एस्कॉर्ट किया। यह घटना दक्षिण चीन सागर में और अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव का सबूत देती है। वहीं यूएस नेवी के कमांडर मार्क हाइन्‍स की मानें तो यह बहुत ही सामान्‍य है। उनकी मानें तो यह दक्षिणी चीन सागर में एक और दोपहर थी। पिछले कुछ सालों में दक्षिण चीन सागर, एशिया प्रशांत में टकराव का क्षेत्र बनकर उभरा है। चीन, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान इस पर अपना-अपना दावा करते हैं।

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