गरोठ विधानसभा:भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला,जनता बदलाव चाहती?सोजतिया को मिल रहा समर्थन?

मंदसौर:- विधानसभा चुनाव को लेकर गरोठ विधानसभा में भाजपा कांग्रेस दोनों दलों के प्रत्याशी इस वक्त जनसंपर्क के माध्यम से जनता को साधने का काम कर रहे हैं लेकिन इस बार गरोठ विधानसभा क्षेत्र में जनता बदलाव चाहती है? यह बीजेपी को अपना दिए यह तो 3 तारीख को ईवीएम मशीन खुलने के बाद तय हो जाएगा लेकिन वर्तमान में यूथ विंग का मन किस तरफ है यह भी बदलाव तय करेगा!
गरोठ विधानसभा में भाजपा अधिकृत प्रत्याशी के रूप में कि चन्दरसिंह सिसोदिया तो वहीं कांग्रेस से सुभाष कुमार सोजतिया मैदान में है दोनों के बीच सुधा मुकाबला है गरोठ के तत्कालीन विधायक राजेश यादव के निधन के बाद उपचुनाव में चन्दर सिंह सिसोदिया जीत कर आए थे तथा विधायक बने थे।
उसके बाद अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट बदलकर देवीलाल धाकड़ को अपना प्रत्याशी बनाया था ओर वह जीते थे। लेकिन इस बार धाकड़ ने स्वयं चुनाव न लड़ने की इच्छा जहर की थी जिसके बाद पार्टी ने टिकट बदला और चन्दरसिंह सिसोदिया को उम्मीदवार बनाया है।
उपचुनाव के बाद विधायक बने सिसोदिया के कार्यकाल के समय गरोठ विधानसभा क्षेत्र का प्रमुख धार्मिक स्थल लाखों भक्तो की आस्था का प्रतीक प्रसिद्ध दुधाखेड़ी माताजी मंदिर के निर्माण के समय भ्रष्टाचार उजागर हुआ था जिसमें अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधि के लापरवाही से प्रसिद्ध माताजी की प्रतिमा खंडित हो गई थी। उस समय भी क्षेत्र के आस्था को गंभीर चोट पहुंची थी बड़ा जन आंदोलन ओर विरोध हुआ था। तथा जैसे तैसे वह मामला शांत हुआ था। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में दुधाखेड़ी माताजी का मुद्दा चर्चा में है जो भाजपा प्रत्याशी सिसोदिया के लिए बडी मुसीबत खड़ी कर सकता है तथा सिसोदिया को चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है