खेल
प्लेयर्स से मजबूत आधा दर्जन कोच, सुस्त खिलाड़ी, लगातार पांच मैच कैसे हार गई दिल्ली कैपिटल्स
नई दिल्ली: रिकी पोंटिंग, सौरव गांगुली, शेन वॉट्सन, अजित अगरकर, जेम्स होप्स, प्रवीण आमरे जैसे दिग्गजों की डगआउट में मौजूदगी के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स ने लगातार पांच मैच गंवा दिए हैं। टीम आज अपने घरेलू मैदान पर एक बार फिर पहली जीत की तलाश में होगी। उसका सामना कोलकाता नाइटराइडर्स से होगा। दिल्ली के लिए यह टूर्नामेंट में ‘करो या मरो’ का मुकाबला होगा, क्योंकि एक और हार उसे प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर सकती है।
क्यों हुई ऐसी हालत?
दिल्ली के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि वह आखिर ऐसा क्या करे कि हार का उसका सिलसिला टूट जाए। यह साफ हो चुका है कि डग आउट में कितने ही दिग्गज और स्पेशलिस्ट मेंटर बनकर बैठे हों, वो जीत की गारंटी नहीं देते। आखिर में प्रदर्शन खिलाड़ियों को ही करना पड़ता है, लेकिन यहां तो टीम के खिलाड़ियों के कंधे मुकाबले से पहले से ही झुके नजर आते हैं।
पृथ्वी की लय डगमगाई
टीम के ओपनर पृथ्वी शॉ अभी तक सिर्फ 34 रन ही बना सके हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 15 रन रहा है। पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे हैं। उन्होंने 2021 में 479 और पिछले साल 10 मैचों में 283 रन बनाए थे, लेकिन इस बार तेज गेंदबाजों का वह सामना भी नहीं कर पा रहे हैं। उनके जल्दी आउट हो जाने का असर टीम के टोटल पर भी दिख रहा है। इस मुकाबले में उनके टीम से बाहर किए जाने की आशंका प्रबल है। दिल्ली की बेंच स्ट्रेंथ भी काफी कमजोर है जिसकी वजह से खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों के विकल्प ही नहीं है।
टीम के ओपनर पृथ्वी शॉ अभी तक सिर्फ 34 रन ही बना सके हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 15 रन रहा है। पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे हैं। उन्होंने 2021 में 479 और पिछले साल 10 मैचों में 283 रन बनाए थे, लेकिन इस बार तेज गेंदबाजों का वह सामना भी नहीं कर पा रहे हैं। उनके जल्दी आउट हो जाने का असर टीम के टोटल पर भी दिख रहा है। इस मुकाबले में उनके टीम से बाहर किए जाने की आशंका प्रबल है। दिल्ली की बेंच स्ट्रेंथ भी काफी कमजोर है जिसकी वजह से खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों के विकल्प ही नहीं है।
डेविड, अक्षर पर टिके
सिर्फ दो प्लेयर्स ही अभी तक ऐसे नजर आए हैं जिन्होंने थोड़ा बहुत लड़ने का जज्बा दिखाया है। एक तो कप्तान डेविड वार्नर हैं तो दूसरे ऑलराउंडर अक्षर पटेल। वार्नर हालांकि रन तो बना रहे हैं लेकिन उनका 116.92 का स्ट्राइक रेट थोड़ी परेशानी का सबब रहा है। वह चाहकर भी बड़े शॉट्स नहीं खेल पा रहे हैं, गैप नहीं ढूंढ पा रहे हैं। इसके बावजूद यदि टीम सम्मानजनक स्कोर बना रही है तो वार्नर की धीमी पारी का भी अहम योगदान रहा है। वार्नर यदि अपना विकेट अन्य बल्लेबाजों की तरह तोहफे में दे कर आ जाएं तो शायद टीम सम्मानजनक स्कोर भी ना बना पाए।
सिर्फ दो प्लेयर्स ही अभी तक ऐसे नजर आए हैं जिन्होंने थोड़ा बहुत लड़ने का जज्बा दिखाया है। एक तो कप्तान डेविड वार्नर हैं तो दूसरे ऑलराउंडर अक्षर पटेल। वार्नर हालांकि रन तो बना रहे हैं लेकिन उनका 116.92 का स्ट्राइक रेट थोड़ी परेशानी का सबब रहा है। वह चाहकर भी बड़े शॉट्स नहीं खेल पा रहे हैं, गैप नहीं ढूंढ पा रहे हैं। इसके बावजूद यदि टीम सम्मानजनक स्कोर बना रही है तो वार्नर की धीमी पारी का भी अहम योगदान रहा है। वार्नर यदि अपना विकेट अन्य बल्लेबाजों की तरह तोहफे में दे कर आ जाएं तो शायद टीम सम्मानजनक स्कोर भी ना बना पाए।
दिल्ली की पिच रिपोर्ट
अरुण जेटली स्टेडियम की पिच थोड़ी धीमी रहती है जहां उछाल में भी असमानता देखने को मिलती रही है। टी20 क्रिकेट में यहां पहले बैटिंग करने वाली टीम का औसत रन रेट 8.17 का रहा है, जबकि पहली इनिंग्स का औसत स्कोर 164 रहा है। दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक जा सकता है, लेकिन शाम होते ही थोड़ी राहत मिलेगी।
अरुण जेटली स्टेडियम की पिच थोड़ी धीमी रहती है जहां उछाल में भी असमानता देखने को मिलती रही है। टी20 क्रिकेट में यहां पहले बैटिंग करने वाली टीम का औसत रन रेट 8.17 का रहा है, जबकि पहली इनिंग्स का औसत स्कोर 164 रहा है। दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक जा सकता है, लेकिन शाम होते ही थोड़ी राहत मिलेगी।