अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदम को मिलेगी ताकत, जानिए क्या है उम्मीदें

नई दिल्ली (सागर कुलकर्णी): 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्री के इस बजट से लोगों को बहुत सी उम्मीदें हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बजट से आम से लेकर खास लोगों तक की उम्मीदें जुड़ी है। जहां नौकरीपेशा इस बजट में इनकम टैक्स में छूट की चाहत रखता है। लोग महंगाई से राहत चाहते हैं। वहीं अंतरिक्ष सेक्टर को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।
हैदराबाद स्थित स्टार्टअप ‘ध्रुवस्पेस’ ने भी पीएसएलवी रॉकेट के जरिए नवंबर में दो उपग्रह प्रक्षेपित किए थे और उसकी एक उपग्रह-निर्माण इकाई स्थापित करने की योजना है। चंद ने इच्छा जताई कि सरकार उद्योग से नयी प्रौद्योगिकी की खरीद के वास्ते रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी (डीएसए) के लिए 1,000 करोड़ रुपये का समर्पित आवंटन करे। उन्होंने बताया कि कई उपग्रह और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी परियोजनाओं के लिए रक्षा मंत्रालय ने आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) दे दी है।
भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट (सेवानिवृत्त) ने बताया कि अंतरिक्ष उद्योग से कर नीतियों और अंतरिक्ष क्षेत्र में निवेश, अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहन और रोजगार को बढ़ावा देने संबंधी सुझाव मिले हैं। आईएसपीए ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक पीएलआई योजना देश में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देगी और इस क्षेत्र में शामिल संस्थाओं को प्रोत्साहन प्रदान करेगी। आईएसपीए यह भी चाहता है कि सरकार अंतरिक्ष क्षेत्र की कंपनियों और संगठनों को ऋण, अनुदान और कर प्रोत्साहन के माध्यम से वित्तीय सहायता दे।