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जाको राखे साइयां… कोलंबिया में विमान दुर्घटना के 17 दिन बाद जिंदा मिले 4 मासूम, एक की उम्र मात्र 11 महीने

बगोटा: लैटिन अमेरिकी देश कोलंबिया में 1 मई को हुए विमान दुर्घटना के हफ्तों बाद चार मासूम बच्चे जीवित मिले हैं। यह विमान कोलंबिया के कैक्वेटा प्रांत के घने जंगल में क्रैश हो गया था। बचने वाले बच्चों में 11 महीने का एक मासूम भी शामिल है, जबकि पायलट समेत तीन वयस्क यात्रियों की मौत हो गई थी। कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने बुधवार को कहा कि बचाव टीम ने इन बच्चों को जीवित पाया है। बचाव दल में कोलंबियाई सेना, फायर ब्रिगेड और नागरिक उड्डययन विभाग की टीमें शामिल थीं। जिंदा बचे बच्चों में सबसे बड़े की उम्र मात्र 13 साल की थी।

1 मई को कोलंबिया में हुई थी विमान दुर्घटना

1 मई को दुर्घटना का शिकार होने वाला विमान एक सेसना 206 था।इसने अमेजनस प्रांत में अरराकुआरा से उड़ान भरी थी और ग्वाविया प्रांत के एक शहर सैन जोस डेल ग्वावियारे जा रहा था। इस विमान में कुल सात लोग सवार थे। उड़ान के शुरुआती घंटों में ही पायलट ने इंजन के फेल होने की सूचना दी और आपातकालीन अलर्ट जारी किया। इसके बाद से ही इस विमान के मलबे की खोजबीन की जा रही थी। घना जंगल होने के कारण बचाव दल को दुर्घटना वाली जगह पर पहुंचने में कई दिन लग गए।

बच्चों में सबसे छोटे की उम्र मात्र 11 महीने

राष्ट्रपति पेट्रो ने ट्वीट कर बताया कि हमारी सेना ने कठिन खोज के बाद ग्वावियारे में एक विमान दुर्घटना के बाद लापता हुए चार बच्चों को जीवित पाया है। यह देश के लिए खुशी की बात है। दुर्घटना के परिणामस्वरूप पायलट सहित तीन वयस्क यात्रियों की मौत हो गई और उनके शव विमान के अंदर पाए गए। हालांकि, 13, 9 और 4 साल और 11 महीने की उम्र के चार बच्चे इस दुर्घटना में जिंदा बच गए थे। जब ये विमान में नहीं मिले तो जंगल के बाकी हिस्सों में इनकी खोज शुरू कर दी गई।

मदद के लिए जंगल में काफी अंदर चले गए थे बच्चे

कोलंबिया के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बताया कि विमान दुर्घटना के बाद मदद पाने के लिए बच्चे जंगल में काफी दूर चले गए थे। बचाव दल और उसमें शामिल खोजी कुत्तों को बच्चों के खाए गए फल मिले। बच्चे जंगल में इन्ही फलों को खाकर जीवन गुजार रहे थे। उन्होंने जंगली पेड़ पौधों की घनी छांव को आशियाना भी बनाया था। कोलंबिया की सेना और वायु सेना दोनों के हवाई जहाज और हेलीकॉप्टरों ने बचाव कार्यों में मदद की।

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