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Sudha Murty ने ‘द कपिल शर्मा शो’ पर शाहरुख खान के लिए कही बड़ी बात, इस वजह से पूरे साल देखनी पड़ी फिल्म

इन्फोसिस फाउंडेशन की शुरुआत करने वालीं सुधा मूर्ति सोशल वर्कर होने के साथ-साथ प्रसिद्ध लेखिका और टीचर भी रही हैं। सफलता के आसमान को छूने वालीं सुधा मूर्ति अपनी सादगी के लिए खूब मशहूर हैं। भारत की प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज के को-फाउंडर और बिजनेसमैन नारायण मूर्ति की वाइफ सुधा मूर्ति पहली बार कपिल शर्मा के शो पर नजर आईं और उनके साथ रवीना टंडन और ऑसिकर विनर फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की प्रड्यूसर गुनीत मोंगा भी पहुंचीं थीं। सुधा मूर्ति ने कपिल शर्मा के इस शो पर बॉलीवुड के एक्टर शाहरुख खान को लेकर बड़ी बात कही है।


आपको जानकर हैरानी होगी कि बिजनेस से लेकर सोशल वर्क तक के काम में सबसे आगे चलने वालीं सुधा मूर्ति फिल्मों की भी बड़ी शौकीन हैं। सुधा मूर्ति ने ढेर सारी फिल्में देखी हैं और इस बारे में बातें करते हुए कहा, ‘मैं कई सारी फिल्में देखी हैं। मुझे याद है कि जब मैं पुणे में थी, किसी ने मुझसे एक फिल्म हर दिन देखने की शर्त लगाई थी। 365 दिनों में मैंने हर दिन एक-एक फिल्म देखी।’

‘जब मैं यंग थी तो मेरे हीरो दिलीप कुमार हुआ करते थे’

अपने युवा दिनों और फेवरेट हीरो को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब मैं यंग थी तो मेरे हीरो दिलीप कुमार हुआ करते थे। वो सिंपली लाजवाब थे। उनके बाद जो एक्टर उस तरह के इमोशन के साथ एक्टिंग कर सकता है वो कोई और नहीं बल्कि शाहरुख खान हैं।’

‘और अब शाहरुख उनकी जगह ले रहे हैं’

उन्होंने आगे कहा, ‘जब मैंने फिल्म वीर ज़ारा देखी तो मैंने अपनी बेटी से कहा था कि अगर दिलीप कुमार इस वक्त यंग होते तो वो इस फिल्म में वो होते और अब शाहरुख उनकी जगह ले रहे हैं। सिर्फ वो ही ऐसा कर सकते हैं।’

जब कपड़ों की वजह से लोगों ने उनका क्लास डिफाइन किया था

सुधा मूर्ति ने इस एपिसोड में वो किस्सा भी सुनाया है जिसमें उन्हें लोगों ने उनके कपड़ों की वजह से उन्हें केटल क्लास का समझ लिया था। सुधा तब बिजनस क्लास की लाइन में लगी थीं और लोगों को लग रहा था कि वो केटल क्लास की हैं। तब उन्होंने उन्हें बताया भी था कि वास्तव में क्लास किसी कहते हैं।

सुधा मूर्ति ने लिखी हैं नई-नई किताबें

बता दें ति सुधा मूर्ति एक बेहद प्रभावशाली लेखिका भी हैं। इन्होंने आम लोगों की तकलीफों को अपने विचारों से बुनकर आठ उपन्यास लिखे हैं। उन्होंने अपने सभी किताब में महिला किरदारों को बेहद मजबूत और अपने सिद्धांतों पर अड़ी रहने वाली दिखाया है। उन्होंने क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाया है और दो यात्रा-वृत्तांत के अलावा दो तकनीकी किताबों के अलावा और भी ढेरों किताबें लिखी हैं।

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