इस बल्लेबाज ने पहले पिता अब बेटे खिलाफ लगाया शतक, बना डाला कभी नहीं टूटने वाला रिकॉर्ड!
बुलावायो: वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे के मध्यक्रम बल्लेबाज गैरी बैलेंस ने इतिहास रच दिया। गैरी बैलेंस टेस्ट क्रिकेट में दो अलग-अलग टीमों की ओर से खेलते हुए शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। बैलेंस 2014 से 2017 के बीच इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलते थे। इंग्लैंड की ओर से गैरी बैलेंस ने कुल 23 टेस्ट खेल चुके हैं और इस दौरान उन्होंने चार शतक लगाए थे। टेस्ट क्रिकेट में बैलेंस से पहले ऐसा कारनामा साउथ अफ्रीका के लिए केपलर वेसेल्स किया था। केपलर वेसेल्स साउथ अफ्रीका से पहले ऑस्ट्रेलिया के खेलते थे।
इंग्लैंड के लिए था गैरी बैलेंस का आखिरी टेस्ट
जिम्बाब्वे के लिए खेल रहे गैरी बैलेंस के साथ एक दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट शतक इंग्लैंड के लिए लगाया था और उस मैच में विपक्षी टीम भी वेस्टइंडीज ही थी। हैरानी की बात यह कि उस मैच में वेस्टइंडीज के लिए शिवनारायण चंद्रपॉल खेल रहे थे। वहीं 5 साल बाद जब उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए शतक लगाया तो गैरी बैलेंस के सामने वेस्टइंडीज की टीम में शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे तेजनारायण चंद्रपॉल खेल रहे हैं। इस तरह उनके नाम यह एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है।
वनडे क्रिकेट में भी हो चुका है कारनामा
सिर्फ टेस्ट क्रिकेट ही नहीं, वनडे में भी अलग-अलग देशों के साथ खेलते हुए शतक लगा चुके हैं। इस लिस्ट में एड जॉयस, इयोन मोर्गन और मार्क चैपमैन का नाम शामिल है। इयोन मोर्गन ने तो अपनी दूसरी टीम के लिए कप्तानी करते हुए आईसीसी वनडे विश्व कप का खिताब दिला दिया। इयोन मोर्गन पहले आयरलैंड के लिए खेलते थे। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड का दामन थामा और टीम को 2019 विश्व कप का खिताब दिलाया।