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मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ में निवेश का आज आखिरी मौका, जानिए पैसा लगाना फायदे का सौदा है या नहीं

नई दिल्ली: देश की दिग्गज फार्मा कंपनी मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ (Mankind Pharma IPO) 25 अप्रैल 2023 को खुला है। इश्यू साइज के हिसाब से ये चालू वित्त वर्ष का सबसे बड़ा आईपीओ है। मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ (Mankind Pharma IPO) को एंकर निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। इस आईपीओ में निवेश का आज अंतिम मौका है। मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) के आईपीओ में निवेशक 27 अप्रैल, 2023 तक पैसा लगा सकते हैं। आईपीओ में संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व कोटा 1.86 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा 1.02 गुना सब्सक्राइब हुआ है।


वहीं रिटेल निवेशकों की ओर से आईपीओ को लेकर तेजी नहीं दिख रही है, उनके लिए रिजर्व कोटा केवल 0.25 गुना ही भरा है। कंपनी ने 2,81,41,192 शेयर्स ऑफर्स किए हैं जिसमें से 2,45,19,352 शेयर्स के लिए आवेदन मिल चुका है। कंपनी आईपीओ के जरिए 4326.36 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।


प्राइस बैंड तय

बता दें कि मैनकाइंड फार्मा मैनफोर्स कंडोम और प्रेगा न्यूज ब्रांड के नाम से प्रेगनेंसी टेस्ट किट बनाती है। मैनकाइंड फार्मा ने 1026 से 1080 रुपये प्रति प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया हुआ है। कंपनी (Mankind Pharma) ने 77 फंड्स को 1080 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 1.2 करोड़ शेयर अलॉट किए हैं। मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) ने एंकर निवेशकों के जरिए 1298 करोड़ रुपये जुटाए हैं।


अभी तक आईपीओ एक गुना भी नहीं भरा है। हालांकि माना जा रहा है कि ज्यादातर निवेशक आईपीओ में आखिरी दिन ही निवेश करते हैं। क्योंकि उनके खाते में पैसा ब्लॉक हो जाता है। आईपीओ के जरिए कंपनी के प्रमोटर्स और निवेशक ऑफर फॉर सेल में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। ऑफर फॉर सेल के तहत शेयर बेचने के बाद प्रमोटर की हिस्सेदारी कंपनी में 79 फीसदी से घटकर 76.50 फीसदी रह जाएगी।

9 मई को होगी लिस्टिंग

अगर आप मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ (Mankind Pharma IPO) में निवेश करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 14,040 रुपये की जरूरत होगी। एक लॉट में कंपनी के 13 शेयर हैं। शेयरों का आवंटन तीन मई 2023 तक हो सकता है। आईपीओ को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) दोनों पर लिस्टिंग के लिए प्रस्तावित किया गया है। मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ की लिस्टिंग 9 मई 2023 तक स्टॉक एक्सचेंज पर होगी। आईपीओ में आधा क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए रिजर्व है। वहीं 35 फीसदी रिटेल निवेशकों और 15 प्रतिशत नॉन इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए आरक्षित है।

क्या पैसा लगाना होगा फायदेमंद

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महंगे वैल्यूएशन, ज्यादा कर्ज और बिजनस के लिए इनकम का यूज नहीं होने की वजह से ग्रे मार्केट का प्रीमियम आगे चलकर कम हो जाएगा। ऐसे में अगर कोई निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए आईपीओ में निवेश करना है तो अच्छा मुनाफा कमा सकता है। लिस्टिंग के बाद मैनकाइंड फार्मा अबॉट इंडिया, ग्लैक्सोमस्मिथक्लाइन फार्मा, एरिस लाइफसाइंस जैसी प्रतिद्वंदी कंपनियों में शामिल हो जाएगी। हालांकि शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आप एक बार अपने वित्तीय सलाहाकार से बात जरूर कर लें। ऐसा नहीं करने पर आपको आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ सकता है।

क्या है ग्रे मार्केट का हाल

इस आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम में आज गिरावट देखी जा रही है। कुछ दिनों पहले यह 71 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था। इसके बाद यह 90 रुपये के प्रीमियम पर था। वहीं आज यह घटकर 40 रुपये के प्रीमियम पर पहुंच गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऑफर साइज के हिसाब से इश्यू का ग्रे मार्केट प्रीमियम कम है।

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