क्राइम

बुरहानपुर जिले के जिला अस्पताल में धोखाधड़ी एवं शासकीय राशि ग़बन प्रकरण में फ़रार चल रहे आरोपी आनंद दीक्षित को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

बुरहानपुर जिले के जिला अस्पताल में धोखाधड़ी एवं शासकीय राशि ग़बन प्रकरण में फ़रार चल रहे आरोपी आनंद दीक्षित को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

पुलिस अधीक्षक बुरहानपुर श्री राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री ब्रजेश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में टीम ने जिला अस्पताल धोखाधड़ी प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी आनंद दीक्षित को रायपुर से पकड़कर लाकर थाना लालबाग पर गिरफ्तार कर लिया है। वर्ष 2020-21 कोरोना काल के दौरान जिला अस्पताल बुरहानपुर में धोखाधड़ी कर शासकीय राशि ग़बन करने के मामले में लालबाग़ पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 347/22 धारा 420, 406, 409, 120(B), 34 भा.द.वि. का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। धोखाधड़ी के इस प्रकरण का मुख्य आरोपी प्रतीक नवलखे था। प्रकरण की विवेचना के दौरान मुख्य आरोपी प्रतीक नवलखे एवं शुरुआत में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ एवं प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जिला अस्पताल में हुई धोखाधड़ी में शामिल थे। इस तरह प्रकरण में कुल 17 आरोपी बनाए गए। जिसमें से 14 आरोपियों की गिरफ्तारी पूर्व में की जा चुकी है। आरोपी आनंद दीक्षित फरार चल रहा था। न्यायालय द्वारा दिनांक 20/11/22 तक गिरफ़्तारी न होने की दशा में आरोपी की चल-अचल संपत्ति कुर्की के आदेश दिए गए थे। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आरोपी आनंद दीक्षित की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम बनाई गई थी। टीम द्वारा आनंद दीक्षित की गिरफ्तारी हेतु कई प्रयास किए गए, कई स्थानों पर दबिश दी गई। आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। अंततः टीम द्वारा आरोपी *आनंद उर्फ सूर्यकांत दीक्षित, उम्र 56 वर्ष, निवासी मोमिनपुरा, बुरहानपुर* को रायपुर छत्तीसगढ़ में पकड़कर पूछताछ हेतु बुरहानपुर लाकर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी आनंद दीक्षित ने कोरोना काल के दौरान जिला अस्पताल के तत्कालीन आरएमओ मुख्य आरोपी प्रतीक नवलखे के साथ मिलकर उसकी पत्नी के नाम पर मां कृपा नाम से फर्म बनाकर करीबन 7 लाख 65 हज़ार की शासकीय राशि का गबन किया था। प्रकरण में अब तक कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी आनंद दीक्षित की गिरफ्तारी में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उप निरीक्षक ए.पी. सिंह, सउनि सुरेंद्र सिंह राजपूत, प्र.आर. अजय वारूले, प्र.आर. रामगोपाल, आर. पंकज का सराहनीय योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा टीम को 10000 रुपए के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

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