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ओ मोरी मइया! शाहरुख खान ही डुबोएंगे ‘पठान’ की नइया? इन 5 कारणों में छिपी है सारी वजहें

शाहरुख खान, जॉन अब्रहम और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पठान’ का ट्रेलर 10 जनवरी को आया। इसे देखा और देखने के बाद मन में कई सवाल उठे। जैसे कि क्या अब बॉलीवुड में चोर और पुलिस की ही लड़ाई दिखेगी? क्या आतंक ही अब परोसा जाएगा? क्या अब फिल्मों में देश को खतरा है, ये ही दिखाया जाएगा? अगर हां तो ऐसी फिल्में हम कई देख चुके हैं तो फिर ‘पठान’ क्यों देखें? सिर्फ इसलिए क्योंकि शाहरुख खान पांच साल बाद पर्दे पर वापसी कर रहे हैं? या इसलिए क्योंकि सिर्फ मनोरंजन करना है? या फिर इसलिए कि इसमें हमें कुछ नया देखने को मिलेगा? जो कि संभव नहीं है। खैर, आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि शाहरुख खान की ये जो फिल्म है, जिसका तेजी से बायकॉट हो रहा है और विरोध हो रहा है, उसके फ्लॉप होने के पांच कारण क्या हैं?

पहला- देश भक्ति

बॉलीवुड फिल्म ‘पठान’ स्पाई यूनिवर्स की सीरीज है। मतलब ‘डॉन’, ‘टाइगर’ और ‘धूम’ जैसी फिल्मों का ही एक हिस्सा ये भी है। अब आप ये सोचिए, जब दर्शकों ने उन तीन बड़ी फिल्मों को देखा है। सभी में चोर-पुलिस ही दिखाया गया है। आतंकी हमले और देश के प्रधानमंत्री तक को दर्शाया गया है। एक काल्पनिक कहानी लोगों के सामने परोसी गई है। सभी ने चटकारे लेकर इसे देखा भी है लेकिन अब वही सेम चीज अगर शाहरुख खान फिर से हमारे दिमाग और में ठूंसने की कोशिश करेंगे तो कोई क्यों ही देखेगा?

दूसरा- भगवा रंग

फिल्म ‘पठान’ का जब ‘बेशरम रंग’ गाना आया तो लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। रंग को मुद्दा बनाया और अपना ही राग अलापने लग गए। क्योंकि उनके मुताबिक, लोगों की भावनाएं आहत हो गई थीं। चलो ये अलग मुद्दा है। लेकिन अगर आधे से ज्यादा लोग शाहरुख की फिल्म का एक बेतुकी बात पर विरोध कर रहे हैं, तो वो सिनेमाघर जाकर अपना पैसा इसम मूवी पर तो कतई नहीं फूकेंगे। आज भी ट्विटर पर उसका बायकॉट कर रहे हैं तो ये लोगों की सोच है लेकिन नुकसान तो खान साब को ही होने वाला है।

तीसरा- स्टोरी

कहतें हैं कि फिल्में समाज का आईना होती हैं। चलो ‘पठान’ को भी मान लिया कि एक जाबांज सैनिक अपने देश को बचाने के लिए एक वॉन्टेड आतंकी से भिड़ रहा है और देश को बचा रहा है। लेकिन इसमें नया क्या है? ये कहानी हमने किसमें नहीं देखी है? सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर’ जिसके दो पार्ट आ चुके हैं और तीसरा कभी-भी रिलीज हो सकता है, उसमें भी तो यही दिखाया गया है। ट्रेलर को देखकर सिर्फ ऐसा लग रहा है कि फिल्म को बस बनाने के लिए बना दिया गया है। 10-15 फिल्मों को उठाया गया और उसमें से एक-एक सीन को काटकर Pathaan को तैयार कर दिया गया। तो किंग खान की फिल्म की कहानी भी कुछ दिलचस्प नहीं लगी कि उन्हें देखने के लिए थिएटर जाना पड़े।

चौथा- शाहरुख खान

शाहरुख खान की जो इमेज थी वो पहले लवर बॉय वाली थी। मतलब DDLJ, KKKG, KKHH जैसी फिल्मों से अपनी छाप छोड़ने वाले चार्मिंग और गुड लुकिंग एक्टर का लुक इस मूवी में कतई वाहियात है। सलमान खान के नक्शे कदमों पर चलकर शाहरुख खुद ने बड़े बाल रखे और अब वह खुद का बेड़ा गर्क करने जा रहे हैं। इसके अलावा शाहरुख के धर्म को लेकर भी लोगों ने इस मूवी को बायकॉट करना शुरू किया है। कुल मिलाकर लुक के कारण वह दर्शकों को सिनेमाघरों में आकर्षित करने में चूंक गए। रही बात धर्म की तो वो वही हैं, जो भगवा रंग की बिकिनी का मुद्दा उठाए हुए हैं। ऐसे में देखा जाए तो एक्टर अपनी फिल्म फ्लॉप कराने के जिम्मेदार हैं।

पांचवा- वीएफएक्स

आपने तो पठान का ट्रेलर देखा ही होगा। इसमें बहुत तगड़ा वीएफएक्स यूज किया गया है। आसमना में लटकने का हो या फिर जॉन का शाहरुख पर बम फेंकने का हो। सभी सीन्स ऐसे हैं, जिनको एक्शन के नाम पर बस छीछालेदर करने के लिए बना दिया गया हो। एक बार को लोग उन पर यकीन करना चाहें भी तो नहीं कर सकते। मेकर्स ने इस मूवी को एक अलग ही दुनिया में रहकर बनाया है, जहां वास्तविकता से इसका कोई संबंध नहीं है। इस वजह से भी ये मूवी दर्शकों को दूर ढकेलेगी और वो गर्त में जाएगी।

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