मुख्य समाचार

वेब शो से रिजेक्शन पर छलका शिवांगी जोशी का दर्द, बोलीं- टीवी का पॉपुलर चेहरा होना पड़ रहा भारी

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में नायरा के किरदार से फेमस हुईं शिवांगी जोशी अब शालीन भनोट के साथ ‘बेकाबू’ में नजर आने वाली हैं। वह इस डेली सोप को लेकर बेहद एक्साइटेड हैं। इसके पहले वो बेगूसराय और बालिका वधु जैसे हिट शोज भी दे चुकी हैं। लेकिन इस कामयाबी को हासिल करने का सफर आसान नहीं रहा है। ईटाइम्स टीवी के साथ एक खास बातचीत में, एक्ट्रेस ने अपने नए शो के बारे में बात की और यह भी बताया कि कैसे उन्हें एक वेब शो में काम नहीं मिला सिर्फ इस आधार पर क्योंकि वह एक पॉपुलर टीवी एक्ट्रेस हैं।

शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) ने बाताया कि वो एकता कपूर के सीरियल ‘बेकाबू’ (Bekaaboo) के लिए बहुत एक्साइटेड हैं। इसमें वह कुछ नया कर रही हैं। उनका डबल रोल है। एक परी बनी है और दूसरी नॉर्मल लड़की है धरती पर सामान्य जीवन जी रही है। बेकाबू एक फिक्शन शो है जिसे उन्होंने पहले कभी नहीं किया। इसमें उनका लुक भी पूरी तरह से अलग है। वह यही उम्मीद कर रही हैं कि ये सभी को पसंद आएगा। यहां तक कि वो अपनी फैमिली को इस शो के जरिए सरप्राइज दे रही हैं और उनके रिएक्शन का वेट कर रही हैं।

शिवांगी जोशी और उनका रिजेक्शन

शिवांगी जोशी ने ओटीटी से मिले रिजेक्शन पर भी बात की। उन्होंने बताया, कई टीवी एक्टर्स हैं जो वेब और फिल्मों में अच्छा कर रहे हैं। हमें उन पर गर्व होना चाहिए और एक टीवी एक्टर के नाते मुझे वास्तव में गर्व महसूस हो रहा है।लेकिन साथ ही ऐसे लोग भी हैं जो आपको वेब शो या किसी फिल्म के लिए यह कहते हुए कास्ट नहीं करना चाहते हैं कि आप बहुत ज्यादा एक्सपोज हो गए हैं। चूंकि आप टीवी का एक बहुत ही प्रमुख चेहरा हैं, इसलिए हम आपको कास्ट नहीं कर सकते।’

शिवांगी जोशी को लगता है बुरा

शिवांगी ने आगे बताया- ऐसा ही कुछ हाल ही में मेरे साथ हुआ। उन्हें वास्तव में मेरा काम पसंद आया लेकिन जो रिजल्ट निकला वो यह था कि आप एक बहुत ही जाना-पहचाना चेहरा हैं। मैं वास्तव में वो किरदार करना चाहती हूं लेकिन काम नहीं मिला क्योंकि मैं टीवी का एक पॉपुलर चेहरा हूं। शिवांगी ने कहा कि उन्हें शुरू में इस बात का बुरा लगा था। एक इंसान होने के नाते हम सभी के साथ ऐसा होता है जब आप कुछ चाहते हैं और वो आपको नहीं मिलता है तो आपको बुरा लगता है। मुझे बुरा लगा लेकिन मैं इसे पॉजिटिव लेती हूं। अगर ये नहीं हुआ तो कुछ इससे भी अच्छा होगा। ये मुझे मेरी मां ने सिखाया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button