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भारत के लघु उद्यमी ब्रिटेन से सीखेंगे कारोबार के गुर, हुई है यह पहल

नई दिल्ली: भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंध (India-UK bilateral trade relations) अब और मजबूत होंगे। ब्रिटेन के अग्रणी एसएमई केंद्रित बिजनस फाइनेंसियल प्लेटफार्म (SME-focused business financial platform) टाइड (Tide) ने एक नई पहल की है। टाइड ने दोनों देशों के बीच एक एमएसएमई एक्सचेंज प्रोग्राम (एमईपी) शुरू करने की घोषणा की है। इससे भारतीय लघु उद्यमियों की इंटरप्रेनशिप को तो बढ़ावा मिलेगा ही, उन्हें ग्लोबल एक्सपोजर भी मिलेगा। इसकी घोषणा टाइड के सीईओ डॉ. ओलिवर प्रिल ने की। वह इन दिनों भारत आए हुए हैं। इस अवसर पर भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस भी उपस्थित थे।

द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने की हो रही है पहल

सरकारी स्तर पर इन दिनों भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाने की पहल हो रही है। टाइड इसी के हिस्से के रूप में भारत में अपने ऑपरेशन का विस्तार कर रहा है। देखा जाए एमएसएमई एक्सचेंज प्रोग्राम भारत के एमएसएमई इको सिस्टम में काम करने वाली किसी भी फिनटेक कंपनी द्वारा इस उद्योगक्षेत्र की प्रथम पहल है। एमईपी छोटे उद्यमियों को उनके व्यावसायिक ज्ञान को व्यापक और तेज करने में सक्षम करेगा, और अंतत: उनके व्यवसायों को विकसित करेगा। एमईपी दोनों देशों में न्यू-टू-बिजनेस और न्यू-टू-डिजिटल माइक्रो एंट्रपेन्योर को लक्षित करता है। टाइड का लक्ष्य उन लाखों मौजूदा और नवोदित उद्यमियों के लिए अवसरों को खोलना है, जिनमें वे भी शामिल हैं जो भारत और ब्रिटेन को निर्यात करना चाहते हैं।

ब्रिटेन जा कर सीखेंगे भारतीय उद्यमी

टाइड हर तिमाही में भारत और ब्रिटेन से दो उद्यमियों/छोटे कारोबारियों का चयन करेगा। भारतीय कारोबारी को ब्रिटेन में जबकि ब्रिटिश कारोबारी को भारत में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस यात्रा के लिए एमईपी के तहत प्रायोजन मिलेगा। इस कार्यक्रम से कुल 16 छोटे कारोबारियों को लाभ मिलेगा। इनमें से आठ आठ दोनों देशों से होंगे। इस कार्यक्रम की शुरुआत 1 जून 2023 को होगी और 30 मई 2024 चलेगी।

छोटे कारोबारियों को मिलेगा समर्थन

टाइड के सीईओ डॉ. ओलिवर प्रिल ने कहा, "टाइड छोटे कारोबारियों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। एमएसएमई एक्सचेंज प्रोग्राम इस दिशा में एक बड़ा कदम है। हम जानते हैं कि भारत और यूके में छोटे व्यवसाय मालिकों की साझा महत्वाकांक्षाएं हैं, जिसमें उनके सामान का निर्यात भी शामिल है।" और दोनों देशों के बीच सेवाएं, जो ऐतिहासिक संबंध साझा करते हैं। एमईपी विचारों का आदान-प्रदान करेगा, दोनों देशों के छोटे व्यवसाय मालिक ठोस कार्रवाई में कैसे बदल सकते हैं।


करीबी संबंध से होगा फायदा

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा, "प्रधान मंत्री ऋषी सुतक और प्रधान मंत्री मोदी ने बड़े अवसरों को दोहराया है कि करीबी व्यापार और निवेश संबंध ब्रिटिश और भारतीय कारोबार को फायदा पहुंचाएगा। हमारे निवेश संबंध से पहले से ही एक दूसरे की अर्थव्यवस्थाओं में लगभग पांच लाख लोगों को नौकरी मिल चुकी है। दोनों देशों के बढ़ते व्यवसायों के बीच सीधा संबंध बनाना हमें और आगे ले जाएगा। मैं टाइड को भारत-ब्रिटेन की सफलता की कहानी में जोड़ने के लिए बधाई देता हूं।”

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