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रिमोट इलाकों में CUET रजिस्ट्रेशन में आ रही है दिक्कत, इन सेंटरों पर उम्मीदवारों की मदद के लिए होंगे एक्सपर्ट

नई दिल्ली: केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत हाइयर एजुकेशन संस्थानों में दाखिले के लिए CUET के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चल रही है लेकिन आवेदन करने में बहुत से छात्रों के सामने दिक्कतें भी आ रही हैं। खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले छात्रों के सामने ऑनलाइन आवेदन एक चुनौती है। छात्रों की इसी परेशानी को हल करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने एग्जामिनेशन हेल्प सेंटर्स बनाने का फैसला किया है। इन सेंटरों पर जाकर छात्र आसानी से आवेदन फॉर्म भर सकेंगे और उनकी मदद के लिए वहां पर तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे।

इन सेंटरों पर नहीं ली जाएगी फीस

UGC के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमानर ने बताया कि देश के हर हिस्से के छात्रों की इस परीक्षा में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एग्जामिनेशन हेल्प सेंटर्स बनाने का फैसला किया गया है। इस तरह से ग्रामीण इलाकों और देश के रिमोट एरिया में रहने वाले छात्रों को बराबमरी के मौके मिलेंगे और यहां के जो भी छात्र CUET के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उनको इन सेंटरों पर मदद की जाएगी। प्रो. कुमार ने कहा कि छात्रों को फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वे इन सेंटरों पर जा सकते हैं। साइबर कैफे में छात्रों को फॉर्म भरवाने के लिए शुल्क देना पड़ता है लेकिन इन सेंटरों पर ऐसा शुल्क नहीं देना पड़ेगा। हर सेंटर पर एक तकनीकी विशेषज्ञ होगा, जो छात्रों की मदद करेगा। छात्रों को अपने डॉक्युमेंट्स लेकर जाने होंगे और गाइडलाइंस के मुताबिक एग्जाम फीस देनी होगी। NTA की वेबसाइट्स http://nta.ac.in और https://cuet.samarth.ac.in पर इन सेंटरों की डिटेल जारी की जाएगी।

देश में बनाए गए हैं 22 हेल्प सेंटर्स

UGC अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने बताया कि जिन जगहों पर ये सेंटर बनाए गए हैं, उनमें उड़ीसा का खुर्दा, चेन्नै, बेंगुलुरू, आंध्र प्रदेश, जयपुर, लखनऊ, छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर व दुर्ग, बिहार का वेस्ट चंपारण, गाजियाबाद, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल का मालदा, असम का कमरूप मेट्रोपोलिटन, अमृतसर, कोटा, जालंधर, मुंबई, केरल, त्रिवेंद्रम शामिल है। स्कूल- कॉलेजों समेत अन्य जगहों पर ये सेंटर बनाए गए हैं। 2023 की प्रवेश परीक्षा में परीक्षा के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं है। 27 मेन सब्जेक्ट्स में से 6 डोमेन विषयों की परीक्षा दी जा सकती है, इसके साथ दो लैंग्वेज व एक जनरल टेस्ट देने का विकल्प भी छात्रों के पास मौजूद रहेगा। इस बार परीक्षा के लिए एक हजार केंद्र चुने जा रहे हैं और हर रोज 450 से 500 केंद्रों पर परीक्षा होगी।

विदेशी छात्र भी दे सकते हैं CUET

विदेशी छात्रों के पास भी CUET में शामिल होने का विकल्प रहेगा। इस बार देश से बाहर 24 शहरों में भी CUET का आयोजन किया जाएगा। UGC अध्यक्ष का कहना है कि विदेशों में जो छात्र भारत में स्नातक कोर्सेज में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें यूनिवर्सिटीज की गाइडलाइंस को ध्यान से पढ़ना चाहिए। उच्च शिक्षा संस्थानों को विदेशी छात्रों के लिए दाखिले के लिए पारदर्शी सिस्टम अपनाना होगा। यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों के दाखिले के मामले में CUET स्कोर को भी अहमियत दे सकती है। विदेशों से आवेदन करने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट और दाखिला प्रक्रिया को ध्यान से पढ़ना चाहिए।

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